विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि ऐसा करने की कोई वजह नहीं है. लेकिन यूरोप के कई देशों की ओर से AstraZeneca की कोरोना वैक्सीन पर रोक लगा दिया है. रोक लगाने का कारण यह है कि जो लोग कोरोना वैक्सीन लिए उनके शारीर में खून के थक्के (blood clot) जम गया.
WHO की प्रवक्ता माग्ररेट हैरिस ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि “हां, हमें AstraZeneca वैक्सीन का उपयोग करना जारी रखना चाहिए”. उन्होंने कहा कि AstraZeneca बेहतरीन वैक्सीन है, उन्हीं वैक्सीन की तरह जो इस्तेमाल की जा रही हैं”. उन्होंने कहा कि “हम मौत के डाटा की समीक्षा कर रहे हैं”. उन्होंने कहा, “वैक्सीन के कारण किसी भी मौत को आज की डेट तक साबित नहीं हुई है”.
डेनमार्क, नार्वे और आइसलैंड ने AstraZeneca vaccine कोविशील्ड के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है
यूरोप की दवा निर्माता कंपनियों के नियामक ने जोर देकर कहा है कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है.डेनमार्क ने AstraZeneca vaccine के इस्तेमाल पर सबसे पहले रोक लगाई थी. डेनमार्क के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि ऐहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है. अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा गया है कि वैक्सीन और रक्त के थक्के जमने की बीच कोई संबंध है.
डेनमार्क, नार्वे और आइसलैंड ने AstraZeneca vaccine कोविशील्ड के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है
जानकारी के लिए बता दें कि यूरोप के कई देशों की ओर से AstraZeneca की कोरोना वैक्सीन पर रोक लगा दिया है. डेनमार्क, नार्वे और आइसलैंड ने AstraZeneca vaccine कोविशील्ड के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. वैक्सीन लेने वाले कुछ लोगों में खून का थक्काजमने की चिंताओं के बाद यह निर्णय किया गया है. WHO की प्रवक्ता माग्ररेट हैरिस ने कहा कि AstraZeneca बेहतरीन वैक्सीन है, उन्हीं वैक्सीन की तरह जो इस्तेमाल की जा रही हैं.
क्रेडिट: प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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