जम्मू में ‘शांति सम्मेलन’ में कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी को मजबूत बनाने पर जोर दिया गुलाम नबी के नेतृत्व में जम्मू में जुटे ‘G-23’ कांग्रेस नेता
गुलाम नबी के नेतृत्व में जम्मू में जुटे ‘G-23’ कांग्रेस नेता
जम्मू में ‘शांति सम्मेलन’ में कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी को मजबूत बनाने पर जोर दिया। हाल ही में राज्य सभा से रिटायर हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद के नेतृत्व में ये सम्मेलन हुआ जिसमें पार्टी के ‘जी-23’ कहे जाने वाले नेताओं ने हिस्सा लिया।
जी-23 उन नेताओं के समूह को कहा जा रहा है जिसने सोनिया गांधी को कुछ महीने पहले चिट्ठी लिखकर पार्टी के भीतर बदलावों की मांग की थी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि गुलाम नबी आजाद काफी वरिष्ठ नेता हैं लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा है कि पार्टी उनके अनुभव का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है।
पार्टी एक दशक में कमजोर हुई’
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी कहा कि पार्टी बीते एक दशक में कमजोर हुई है. उन्होंने कहा कि हम लोग पार्टी की बेहतरी के लिए बोल रहे हैं। हर जगह पार्टी को फिर से मजबूत बनाना है.
शर्मा ने कहा कि नई पीढ़ी को पार्टी से जुड़ना चाहिए. हमने पार्टी के अच्छे दिनों को देखा है. जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, हम नहीं चाहते कि पार्टी कमजोर हो।
शर्मा ने कहा कि 1950 के बाद राज्य सभा में पहली बार जम्मू-कश्मीर का कोई प्रतिनिधि नहीं है. इसे सुधारा जाना चाहिए।
सोनिया गांधी को कुछ महीने पहले चिट्ठी लिखने वाले कांग्रेस के 23 नेताओं पर राज बब्बर ने सम्मेलन में कहा कि लोग जी-23 कह रहे हैं लेकिन मैं इसे गांधी 23 कहता हूं।
हालांकि राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद पहली बार जम्मू पहुंचे गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर शुक्रवार को भाजपा में जाने से इन्कार कर दिया पर पार्टी के दिग्गजों के जमावड़े से साफ है कि यह गुट भविष्य में भी गांधी परिवार की चुनौती बढ़ाने वाला है।
जम्मू पहुंचे कांग्रेस के नेताओं में गुलाम नबी आजाद के अलावा कांग्रेस के आधा दर्जन दिग्गज शामिल हैं।आजाद कई सरकारों में केंद्र में मंत्री रहे हैं और स्वयं जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
- कपिल सिब्बल – पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ अधिवक्ता। कई मामलों में कांग्रेस की पैरवी करते रहे हैं।
- भूपेंद्र सिंह हुड्डा – हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और जाट सियासत के प्रमुख केंद्र। उनके बेटे राज्यसभा सदस्य हैं।
- राज बब्बर – फिल्म अभिनेता से सियासत में आए। यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं।
- आनंद शर्मा – पूर्व केंद्रीय मंत्री, विदेश मामलों के जानकार
- मनीष तिवारी – पूर्व केंद्रीय मंत्री, पंजाब की सियासत में फिलहाल स्वयं को हाशिए पर महसूस कर रहे हैं।
- विवेक तनखा – मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य।
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