पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह केंद्र सरकार की आलोचना की
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने मोदी सरकार (Modi Government) की आलोचना की. उन्होंने कहा कि बगैर सोच-विचार के लिए गए नोटबंदी (Demonetisation) के फैसले के चलते देश में बेरोजगारी (Unemployment in India) चरम पर है और अनौपचारिक क्षेत्र खस्ताहाल है.
उन्होंने कहा कि बढ़ते वित्तीय संकट को छिपाने के लिए भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा किये गए अस्थायी उपाय के चलते आसन्न रिण संकट से छोटे और मंझोले (उद्योग) क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं और इस स्थिति की हम अनदेखी नहीं कर सकते हैं.
मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने कहा कि “बेरोजगारी चरम पर है और अनौपचारिक क्षेत्र खस्ताहाल है। यह संकट 2016 में बगैर सोच-विचार के लिए गये नोटबंदी के फैसले के चलते पैदा हुआ है”. सम्मेलन का आयोजन एक दृष्टि पत्र पेश करने के लिए किया गया है, जो केरल में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के विकास पर विचारों का एक प्रारूप है.
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह केंद्र सरकार की आलोचना की
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने महंगाई और बेरोजगारी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार का घेराव कर रखा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बाद अब भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी मोर्चा खोल दिया है. दूसरी तरफ कई राज्यों में कांग्रेस कार्यकर्ता महंगाई को लेकर सड़कों पर भी उतरे हुए हैं. कारण जो हो चुनाव आयोग ने असम, केरल, पुदुच्चेरी, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु इन पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है. चुनाव आयोग ने तारीखों की भी घोषणा कर दी है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें