Covid 19- यूके के कोरोना वायरस स्ट्रेजन के खिलाफ कोवैक्सीीन 81% तक प्रभावी
भारत बायोटेक का दावा है कि यूके के कोरोना वायरस स्ट्रेन के खिलाफ कोवैक्सीन 81% तक प्रभावी है. भारत में कोरोना टीकाकरण के पहले चरण के तहत हेल्थ वर्कस और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया गया था. सोमवार से शुरू हुए दूसरे चरण में 60 साल से अधिक के बुजुर्ग और गंभीर रूप से बीमारी वाले 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है.
भारत बॉयोटेक ने तीसरे चरण के आंकड़े जारी किए हैं. कंपनी के मुताबिक, 25800 पार्टिसिपेंट्स को तीसरे फेज में शामिल किया गया था. 43 केस के अंतरिम डेटा पर ये देखा गया कि 36 केस में कोवैक्सीन, 7 केस में प्लेसिबो पड़ा था. हैदराबाद स्थित प्रसिद्ध टीका निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने कहा है कि कोरोना वायरस टीके की पहली खुराक लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है और उनके इस कदम से महामारी के खिलाफ चल रहे टीकाकरण अभियान को बढ़ावा मिलेगा.
भारत में कोरोना टीकाकरण के पहले चरण के तहत हेल्थ वर्कस और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया गया था. सोमवार से शुरू हुए दूसरे चरण में 60 साल से अधिक के बुजुर्ग और गंभीर रूप से बीमारी वाले 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है.
हर्षवर्धन ने ट्वीट किया है कि “सरकार ने वैक्सीनेशन की रफ़्तार बढ़ाने के लिए समय की बाध्यता समाप्त कर दी है. देश के नागरिक अब 24×7अपनी सुविधानुसार टीका लगवा सकते हैं. प्रधानमंत्री देश के नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके समय की कीमत बखूबी समझते हैं. समय की ये सुविधा अब सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों पर लागू होगी”.
जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कहा कि “CoWIN पोर्टल पर 9 से 5 का कोई वैक्सीनेशन सिस्टम नहीं है. इसपर अस्पतालों के पास जबतक वो चाहे वैक्सीनेट करने का विकल्प होता है. वो रात 8 बजे तक भी वैक्सीनेट कर सकते हैं. उन्हें अपनी क्षमता और शेड्यूल वगैरह को लेकर राज्य सरकार से बातचीत करनी होगी”.
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