केरल में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के जोर पकड़ने के बीच भाजपा और माकपा ने रविवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का मुद्दा उठाया। भगवा दल ने अपने वादे को पूरा करने का संकल्प लिया, वहीं वाम दल ने कहा कि विवादित कानून को राज्य में लागू नहीं किया जाएगा।
केरल में सीएए के खिलाफ माकपा नीत एलडीएफ और कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ ने अलग-अलग प्रदर्शन किए थे और इस कानून को रद्द करने की मांग की थी तथा इसे ‘भेदभावकारी’ और ‘मुस्लिम विरोधी’ बताया था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी ने चुनावों में जनता से किए गए वादों को पूरा किया है।
कोट्टयम जिले के पुथुपल्ली विधानसभा सीट पर प्रचार करते हुए सिंह ने कहा कि भाजपा ने वादा किया था कि केंद्र में उनकी पार्टी की अगुवाई वाली सरकार जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करेगी, नागरिकता संशोधन कानून बनाएगी और मुस्लिम महिलाओं की शादी को तीन तलाक से बचाने के लिए कानून बनाएगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा सरकार ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त किया, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए सीएए पारित किया और मुस्लिम महिलाओं को एक साथ दी जाने वाली तीन तलाक से संरक्षण देने के लिए कानून बनाया।
सिंह ने कहा, “ हमने जनता से किए गए सभी वादों को पूरा किया।”
उनके बयान से कुछ दिन पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने क्रमश: असम और पश्चिम बंगाल में प्रचार करते हुए कहा था कि संसद द्वारा पारित सीएए को लागू किया जाएगा।
कोझीकोड जिले के पुरामेरी में एलडीएफ की एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पी विजयन ने रविवार को कहा कि केरल में सीएए को लागू नहीं किया जाएगा।
माकपा नेता ने कहा, “ हम पहले ही कह चुके हैं कि केरल में सीएए लागू नहीं किया जाएगा। गृह मंत्री समेत केंद्रीय मंत्री कह रहे हैं कि सीएए को लागू किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “हम फिर से स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम राज्य में सीएए लागू नहीं करेंगे।”
उन्होंने उत्तर भारत में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने वाली कुछ कथित घटनाओं को लेकर संघ परिवार पर निशाना साधा।
विजयन ने आरोप लगाया कि अपने धर्म का अनुसरण करने के लिए मुसलमानों और ईसाइयों को दक्षिणपंथियों द्वारा निशाना बनाया जाता है।
उत्तर प्रदेश में ट्रेन की यात्रा के दौरान कुछ ननों के कथित उत्पीड़न का हवाला देते हुए विजयन ने कहा कि उन्हें उनकी धार्मिक आदतों के लिए निशाना बनाया गया।
विजयन ने आरोप लगाया कि ये घटनाएं अल्पसंख्यकों के प्रति संघ परिवार की ‘असहिष्णुता’ दिखाती हैं।
केरल विस चुनाव प्रचार में उठा सीएए का मुद्दा
Reviewed by NEWS IBC
on
मार्च 28, 2021
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