पश्चिम बंगाल विधानसभा में चुनाव से पहले बीजेपी और टीएमसी में सत्ता की जंग मारने-काटने की धमकियां दी जाने लगी
पश्चिम बंगाल विधानसभा में चुनाव की तारीखों का इंतजार लोगों को बेसब्री से है. इससे पहले ही बीजेपी और टीएमसी में सत्ता की जंग में अब तक आरोप प्रत्यारोप का ही सिलसिला चल रहा था लेकिन अब खुलेआम मारने-काटने की धमकियां दी जाने लगी हैं. बीजेपी और टीएमसी के बीच एक दूसरे को हत्या और चमड़ी उधेड़ देने जैसी धमकियां दी जाने लगी हैं.
सरस्वती पूजा होनी है और इससे पहले बंगाल के पंडालों में सियासी रंग दिखने लगा है. बंगाल में पहले दुर्गा पूजा पर सियासत हुई, और अब सरस्वती पूजा पर सियासत सिर चढ़ कर बोल रही है. टीएमसी का प्लान है कि राज्य में सजे सरस्वती पूजा के पंडालों के जरिए लोगों के दिल में उतरा जाए और बीजेपी को पटखनी दी जाए. सरस्वती पूजा को लेकर बीजेपी ने टीएमसी की पूजा को चुनावी स्टंट करार दिया है.
बंगाल में दुर्गा पूजा सबसे बड़ा त्योहार है, देवी दुर्गा बंगाल के लोगों के दिल में बसती हैं. दिलीप घोष ने कहा कि भगवान राम को राजा का दर्जा दिया जाता है, इसलिए रामराज्य की कल्पना है. लेकिन दुर्गा के साथ ऐसा नहीं होता है. ऐसे में टीएमसी ने इस बयान को हाथों-हाथ लपक लिया. ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने तो चुनावी मंच से इस बयान को महिलाओं के अपमान से जोड़ लिया.
जानकारी के लिए बता दें कि बंगाल के दौरे पर गए गृह मंत्री अमित शाह ने भी यहां जय श्री राम के नारे पर आवाज बुलंद की थी और कहा था कि चुनाव खत्म होते-होते ममता बनर्जी भी जय श्री राम बोलेंगी.

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